Friday 29 April 2016

माँ


कभी तुम्हरी यादों में माँ  जी भर के मैं रोती हूं
तेरे ना होने के गम को , आंसुओं से धोती हुं।
जीवन के हर पल  हर लम्हे में, तेरी ही याद समाई है।
हर जगह तुझे  महसूस करती हूं, क्यूकि
तू ही तो मुझे इस दुनिया में लायी है।

६ साल बीत गये पर आज भी आप हर जगह हो। पर मैं आपको देख नहीं सकती, सुन नहीं सकती सिर्फ़ महसूस कर सकती हुं और याद कर सकती हू उस वक्त को जो मैंने आपके साथ बिताया है।
 माँ  हर बच्चे के  लिये उसका आदर्श होती है उसकी सबसे पहली दोस्त उसकी सबसे पहली गुरु। अगर आप अपने घर से बाहर रहते हैं तो शायद इस बात को समझ पायें कि छुट्टियों मे घर जाने का मजा तो तभी है जब आपका घर पर कोइ इंतजार कर रहा हो। कुछ अच्छा बनाने के लिये किसी त्योहार का नहीं बल्कि आपके घर आने का इंतजार किया जाता है। माँ  के हाथ का खाना दुनिया के हर पकवान से ज्यादा स्वादिष्ट होता है। इसकी कीमत वो लोग समझ सकते है जो उस स्वाद का मजा नही ले सकते बस याद कर सकते हैं।

 भगवान ने मुझे एक ऎसी  माँ   दी जिसने मुझे खुद पर यकीन करना सिखाया। सही या गलत में फर्क करना सिखाया।
कोई जो मुश्किल आये हरदम साथ मेरे वो होती है।
मेरे आसू मेरी मुशकिल खुद पर वो ले लेती है।
शब्द से बयां करना मुश्किल है कि माँ  कैसी होती है।
माँ   तो बस माँ   के जैसी होती है।
जिन्दगी खुशहाल रहती है और सारी चीजें सही रहती हैं।


जिस घर में  माँ   होती है।

1 comment: