Monday 15 May 2017

माधुरी दीक्षित

माधुरी दीक्षित (जन्म: 15 मई, 1965) हिन्दी फ़िल्मों की एक सुप्रसिद्ध अभिनेत्री एवं नृत्यांगना हैं। माधुरी दीक्षित ने भारतीय हिन्दी फ़िल्मो मे एक ऐसा मुकाम तय किया है जिसे आज के अभिनेत्रियाँ अपने लिए आदर्श मानती है। ८० और ९० के दशक मे इन्होने स्वयं को हिन्दी सिनेमा मे एक प्रमुख अभिनेत्री तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप मे स्थापित किया। उनके लाजवाब नृत्य और स्वाभाविक अभिनय का ऐसा जादू था माधुरी पूरे देश की धड़कन बन गयी। सन २००८ मे उन्हे भारत सरकार् के चतुर्थ सर्वोच्च नागारिक सम्मान " पद्मश्री " से सम्मनित किया गया।

पृष्ठभूमि-

माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई 1965 को मुंबई में हुआ था।  पिता शंकर दीक्षित और माता स्नेह लता दीक्षित की लाडली माधुरी को बचपन से डॉक्टर बनने की चाह थी, लेकिन वह अभिनेत्री बन गयी। और शायद यह भी एक वज़ह रही कि माधुरी ने अपना जीवन साथी श्रीराम नेने को चुना जो कि पेशे से एक चिकित्सक हैं।  माधुरी दीक्षित ने भारतीय हिन्दी फ़िल्मो मे एक ऐसा मुकाम तय किया है जिसे आज के अभिनेत्रियाँ अपने लिए आदर्श मानती है। 80 और 90 के दशक मे इन्होने स्वयं को हिन्दी सिनेमा मे एक प्रमुख अभिनेत्री तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप मे स्थापित किया। उनके लाजवाब नृत्य और स्वाभाविक अभिनय का ऐसा जादू था माधुरी पूरे देश की धड़कन बन गयी। 

पढ़ाई 

माधुरी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई डिवाइन चाइल्ड हाई स्कूल से सम्पूर्ण की है। उसके बाद माधुरी दीक्षित ने मुंबई यूनिवर्सिटी से स्नातक की शिक्षा पूरी की। 

शादी 

माधुरी दीक्षित की शादी डा.श्रीराम नेने के साथ हुई है।  उनके दो बच्चे भी हैं- रियान और एरिन नेने।  

फ़िल्मी करियर 

माधुरी दीक्षित ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1984 में राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म अबोध से की थी।  लेकिन यह फिल्म कुछ खास नहीं चली।  माद्री को अपने शुरुआती करियर में कई असफलताओं का मुंह देखना पड़ा।  लेकिन उन्हें हिंदी सिनेमा में पहचना मिली फिल्म तेजाब से।  इस फिल्म में उन्हें उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए फिल्मफेयर पुरुस्कार का पहला नामकंन भी मिला था।  इस फिल्म का गाना एक दो तीन आज भी माधुरी दीक्षित का आइकॉनिक सांग माना जाता हैं।  इस सफल फिल्म के बाद फिर उन्होंने कभी पीछे मुद कर देखा और हिंदी सिनेमा में बैक-टू बैक हिट फ़िल्में दी।  फिल्म अभिनेता अनिल कपूर के साथ उन्होंने तकरीबन बीस फिल्मों में काम किया जिनमे से अधिकतर उनकी फ़िल्में सुपरहिट साबित हुई।  

1990-2002 
साल प्रोदुसतिओन की फिल्म 'हम आपके हैं कौन' की।  इस फिल्म में उन्होंने निशा की भूमिका अदा की थी।  यह हिंदी सिनेमा की पहली फिल्म थी जिसने वर्ल्डवाइड सब जयादा कमाई की थी।  इस फिल्म का यह रिकॉर्ड गिनीजबुक में भी दर्ज है।  इस फिल्म में उनके 1990 में उन्होंने आमिर खान स्टारर फिल्म दिल की हैं।  हर फिल्म की तरह उनकी यह फिल्म भी सुपर हिट साबित हुई।  इस फिल्म में उन्होंने एक आमिर लड़की की भूमिका निभायी थी, जिसे एक गरीब लड़के से प्यार हो जाता है। उनके करियर को सबसे बड़ी सफलता तब मिली जब उन्होंने राजश्री किरदार के लिए आलोचकों से बहुत अच्छी और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।  इस फिल्म में माधुरी के अलावा सलमान खान, मोहनीश बहल, रेणुका शाहने,अनुपम खेर, आलोक नाथ भी नजर आये थे। इस फिल्म की कमाई का रिकॉर्ड सात सालों तक कोई भी फिल्म नहीं तोड़ पायी, बाद में साल 2002 में सनी देओल स्टारर फिल्म गदर-एक प्रेमकथा ने इस फिल्म के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।  

इस फिल्म के बाद तो माधुरी दीक्षित हिंदी सिनेमा की सबसे सफल अभिनेत्रीयोँ में शुमार हो चुकी थी। उसके बाद उन्होंने कई और फिल्मों में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से दर्शकों को मनोरंजित करती रही।  इसके बाद तो उन्होंने बॉक्स-ऑफिस पर कई सफलताओं के पैमाने बनाये।  

शादी के बाद माधुरी ने फिल्मों से लम्बी दूरी बनाकर विदेश में जाकर बस गयी।  साल 2006 में वापस आकर उन्होंने फिल्म आजा नचले से हिंदी सिनेमा में अपनी वापसी की। हालांकि इस फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर कुछ अच्छा बिजनेस तो नहीं किया, लेकिन माधुरी के अभिनय को आलोचकों ने खूब सराहा।  इसके बाद डेढ़ इश्किया और गुलाब गैंग जैसी फिल्मों में काम किया।  को दर्शकों को सिनेमाघरों तक खीचनें में ज्यादा कामयाब नहीं हो सकीं।  

टीवी करियर 

इन्होने अपने टीवी करियर की शुरुआत साल 1985 में राजश्री प्रोडक्शन के शो पेइंग गेस्ट से की थी।  वह इस शो में मेहमान की भूमिका में नजर आयीं थी।  इसके बाद साल 2001 में  वह सोनी के शो कौन बनेगा करोड़पति में नजर आयीं। 

दीक्षित बतौर जज डांस बेस्ड रियलिटी शो नच बलिए में भी नजर आ चुकी हैं। साथ ही वह डांस बेस्ड रियलिटी शो झलक दिखला जा सीजन 4, 5, 6,7 में बतौर जज नजर आ चुकी हैं।

प्रसिद्ध फ़िल्में 

तेज़ाब,अबोध, त्रिदेव, राम-लखन,प्रेम ग्रन्थ, हम आपके हैं कौन, हम तुम्हारे हैं सनम, ये रस्ते हैं प्यार के, दिल तो पागल है, देवदास, अंजाम, कानून अपना अपना,बेटा,दिल, राजा, लज्जा, खलनायक,किशन-कन्हैया, घरवाली-बाहरवाली, कोयला, मृत्युदंड, दीवाना मुझसा नहीं,सैलाब,वर्दी,देवदास, आज नचले, गुलाब गैंग, डेढ़ इश्किया 

नामांकन और पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार

·         2003 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार - देवदास
·         1998 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - दिल तो पागल है
·         1995 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - हम आपके हैं कौन

·         1993 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - बेटा

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